Facts About हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे Revealed

Wiki Article



हल्दी को कैसे खाएं? हल्दी को आप अपने भोजन में रंग व स्वाद लाने, गर्म दूध व पानी के साथ भी ले सकते हैं। सीधे हल्दी का सेवन आमतौर पर नहीं किया जाता है। हल्दी ज्यादा खाने से क्या होता है? हल्दी ज्यादा खाने से गर्भवती स्त्रियों को गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर को बहुत कम कर देता है। चोट पर हल्दी का प्रयोग क्यों करते हैं?

अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

हल्दी फाइटोस्ट्रोजन के रूप में कार्य करता है और महिलाओं की प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह उन महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढाता है जिनको हार्मोनल अपर्याप्तता के कारण गर्भ धारण करने में परेशानी होती है।

यह भी सुनें या पढ़ें : चार हज़ार साल से दर्द सोख रही हल्दीयह भी सुनें

हल्दी में टरमैरोन भी होता है, जो यौगिक मस्तिष्क की कोशिकाओं को मरम्मत करने में मदद करता है। यह स्ट्रोक और अल्ज़ाइमर जैसे रोग को भी रोकने में मददगार है। करक्यूमिन भी अल्ज़ाइमर रोग में स्मरण की शक्ति को सुधारने में मददगार है। हल्दी मस्तिष्क में प्लाक के गठन को हटाने और ऑक्सीजन के प्रवाह को सुधारने में मदद करता है। इससे अल्ज़ाइमर रोग की गति धीमी हो जाती है।

हल्दी वाला पानी पीने के कई फायदे हैं। हल्दी में पाया जाने वाला कुर्कुमिन तत्व सूजन और जोड़ों में होने वाले असाह्य दर्द को ठीक कर देता है। सूजन की अचूक दवा है हल्दी का पानी। सुबह उठने के तुरंत बाद हल्दी वाला गुनगुना पानी पीने से पेट और छाती की जलन कम होती है। जिन्हें सुबह उठते के साथ ही पेट में जलन होती है, उन्हें हल्दी पानी पीने से आराम मिलेगा। जिन्हें एसिडिटी की समस्या रोजाना रहती है, उन लोगों को यह पानी रोजाना पीना चाहिए। 

हल्दी पीलिया रोग के उपचार के लिए बहुत अच्छी होती हैं। पीलिया होने पर आप एक चम्मच हल्दी को आधे गिलास पानी में मिला लें और रोजाना पीएं। आप चाहें मठ्ठा के साथ भी हल्दी मिलाकर पी सकते हैं, एक हफ्ते में पीलिया ठीक हो सकता है।

आयुर्वेद में हल्दी गुणकारी साबित हुई है । हम हल्दी को नींबू और शहद के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें तो वह बहुत गुणकारी और फायदेमंद साबित होती है ।

नीम के बहुत से अविश्वसनीय फायदे हैं, लेकिन एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वह कैंसर उत्पन्नब करने वाली कोशिकाओं को खत्म कर देता है। हम सब के शरीर में कैंसर उत्पन्न करने वाली कोशिकाएं होती हैं लेकिन वे अव्यवस्थित होती हैं, वे पूरे शरीर में बिखरी होती हैं।

और पढ़ें: आंखों के रोग में धातकी का प्रयोग

● ज्यादा हल्दी के उपयोग से मतली, उल्टी, दस्त होने के चांस बढ़ते हैं । इसलिए जब आप दस्त , मतली, उल्टी से पीड़ित है , तो हल्दी का सेवन मत कीजिए ।

बवासीर के मरीजों के लिए हल्दी बहुत ही कारगर है। अगर किसी को कब्ज की शिकायत है तो उसे तुरंत ही हल्दी वाला दूध पानी शुरू कर देना चाहिए। बवासीर की समस्या में हल्दी और देसी घी का मिश्रण अपने गुदा के हिस्से पर या अपनी बवासीर वाली जगह पर नियमित तरीके से लगाएं। इससे बवासीर की समस्या भी खत्म हो जाती है।

इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों के कारण ये सर्दी खांसी के संक्रमण से लड़ता है और इनके लक्षणों को दूर करता है। रात को सोने से पहले एक कप गर्म हल्दी दूध पीने से सर्दी खांसी और अन्य सांस की समस्याओं का निवारण होता है।

check here हल्दी को ही लीजिए इसका हम खाना बनाने में बहुत उपयोग करते हैं पर खाने के अलावा  great things about turmeric के बारे में हम नहीं जानते हैं कि यह एक जबरदस्त औषधीय की तरह काम करती है।

Report this wiki page